मैंने हाल ही में “द जज फ्रॉम हेल” देखी, और सच कहूँ तो, ये ड्रामा मेरे लिए एक बहुत अलग और अनोखा अनुभव रहा। कहानी इतनी इंटेंस थी कि मैं हर एपिसोड में बस यही सोचती रही कि आगे क्या होगा! “द जज फ्रॉम हेल” की शुरुआत से ही इसका डार्क थीम और फैंटेसी एलिमेंट्स मुझे बहुत आकर्षित करते रहे।
कहानी एक राक्षसी जज, जस्टिशिया, के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने एक गलत फैसले के कारण सजा भुगत रही है। उसे दस हत्यारों को एक साल में नर्क भेजना होता है। जब वह कांग बिटना के शरीर में आती है और इंसानों के बीच अपने मिशन को पूरा करने की कोशिश करती है, तो हर एपिसोड में उसका किरदार और भी दिलचस्प हो जाता है। पार्क शिन हाय का अभिनय यहाँ बहुत ही शानदार है। उनका कैरेक्टर जो सख्त, बैड-गर्ल वाइब्स देता है, वो उन्हें बाकी किरदारों से अलग बनाता है।
मुझे हान दा ओन का किरदार भी बहुत पसंद आया। किम जेयॉन्ग ने जासूस के इस रोल को एक सीरियस और थोड़ा फनी टच के साथ निभाया है, और उनकी कांग बिटना के साथ जो हल्की-फुल्की केमिस्ट्री है, वह पूरे ड्रामा में एक प्यारी सी एनर्जी जोड़ देती है। उनकी जोड़ी में एक दिलचस्प ट्विस्ट तब आता है जब दोनों के न्याय को लेकर नजरिए अलग होते हैं। एक तरह से ये एक क्लासिक बैटल है – अच्छा बनाम बुरा, प्यार बनाम कर्तव्य।
यह ड्रामा सिर्फ रोमांस या फैंटेसी नहीं है। इसमें काफी हिंसा और गहरे नैतिक सवाल भी हैं। मुझे कुछ सीन बहुत संतोषजनक लगे, खासकर जब अपराधियों को उनके किए की सजा मिलती है। हर बार जब किसी हत्यारे को अपने पीड़ितों का दर्द महसूस करना पड़ता है, तो मुझे एक अजीब सा सुकून मिलता था। ये शायद हर किसी को अच्छा न लगे, लेकिन मुझे लगता है कि उनके अपराधों के लिए यह सही जवाब था।
कुल मिलाकर, “द जज फ्रॉम हेल” ने मुझे अपने बेहतरीन एक्टिंग, शानदार म्यूजिक, और दिलचस्प कहानी के जरिए पूरी तरह से बांधे रखा। अगर आपको फैंटेसी और थोड़ा डार्क ड्रामा पसंद है जिसमें एक अनोखा मोड़ और नैतिकता के सवाल हों, तो आपको ये जरूर देखनी चाहिए!